www.mpcoverage.com
भिंड मामला तहसील कार्यालय गोहद का है जहाँ दो भाइयो ने मिलकर अपने मृत्तक भाई की बिधवा पत्नी की जमीन हड़प ली और न्यायालय तहसील द्वारा वर्ष 2017 मे फरियादी को बगैर सूचना दिए दोनों भाइयो के नाम नामांतरण कर दिया जब इसकी खबर मृतक की पत्नी सरोज को लगी तो उसने अनुबिभागीय अधिकारी के यहाँ अपील की एवं बर्तमान तहसीलदार के यहाँ झूठे गबाह कूट रचित दस्ताबेज एवं न्यायालय को को गलत जानकारी देने पर क़ानूनी कार्यवाही के लिए आवेदन दिया I मामला इस प्रकार है …ग्राम एंचाया तहसील गोहद निबासी ओमप्रकाश थापक रामगोबिंद थापक पुत्र सरदार थापक के भाई राधेश्याम थापक की हत्या हो गयी थी राधेश्याम थापक शादी शुदा था लेकिन मृत्यु के समय उसके कोई संतान नहीं थी परिबार वालो ने उसकी पत्नी सरोज को संपत्ति में कोई हिस्सा नहीं दिया और घर से बहार निकल दिया अपने हक़ और अधिकार के लिए सरोज ने न्यायालय का सहारा लिया सक्षम न्यायालय द्वारा सरोज को हक़ प्रदान करने के आदेश दिए लेकिन दोनों भाइयो ने कूट रचित दस्तावेज एवं झूठे गबाह बनाकर न्यायलय तहसीलदार को गुमराह कर आवेदिका की जमीन अपने नाम करवा ली गबाह 1) सीता राम परिहार 2) सीता राम चौहान 3) विक्रम सिसोदिया 4)धन सिंह सिसोदिया 5) विजय शर्मा निबासी एंचाया एवं पिपरौली गोहद द्वारा लिखे ब्यान में बताया है कि राधे श्याम की मृत्यु 35 वर्ष पूर्व बीमारी के काऱण हो गयी थी राधेश्याम का एक मात्र वारिश ओमप्रकाश और राम गोबिंद है अन्य कोई वारिश नहीं है ..ये कथन सरासर गलत है इसके बाद भी आरोपी यही नहीं रुके आनन् फानन में उसके हिस्से की कुछ जमीन को सोबरन सिंह कलियान सिंह पुत्र पंचम सिंह गुर्जर निबासी बँके पूरा को बेच दी गयी है जो की नियम विरुद्ध है आवेदिका सरोज द्वारा तहसीलदार महोदय को आवेदन देकर आरोपियों पर कानूनी कार्यवाही करने एवं न्याय की गुहार लगाई है